Bihar Assembly Election 2020: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है. चुनाव से पहले नेताओं का दल बदली का सिलसिला अब जोर पकड़ता जा रहा है. इसमें आज का दिन राजद सुप्रीमो के लिए बुरा दिन साबित होने वाला है. लालू के समधी चंद्रिका राय राजद को छोड़कर आज यानि गुरुवार को नीतीश कुमार का हाथ थाम लेंगे. उनके साथ ही लालू के दो अन्य विधायक भी आज जदयू में शामिल होंगे. इन विधायकों के नाम फराज फातमी और जयवर्धन यादव है.
लालू के समधी चंद्रिया राय के पहले से ही जदयू में जाने के कयास लग रहे थे. संबंधों में खटास आने के बाद वो राजद के किसी कार्यक्रम में हिस्सा नही ले रहे थे. चंद्रिका राय छपरा के परसा विधानसभा सीट से विधायक हैं, चंद्रिका राय ने लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से अपनी बड़ी बेटी ऐश्वर्या राय की शादी की थी, लेकिन शादी के बाद दोनों के रिश्तों में दरार आ गई थी. बेटी की शादी का मामला तलाक तक पहुंचने के बाद काफी विवाद हुआ जिसके बाद चंद्रिका राय ने आरजेडी छोड़ दी थी.
राजद नेता फराज फातमी के साथ प्रेमा चौधरी और महेश्वर यादव को भी पार्टी ने दो दिन पहले ही बाहर निकाल दिया था. उसके बाद महेश्वर यादव और प्रेमा चौधरी अगले ही दिन जदयू में शामिल हो गए थे. अब फराज फातमी और चंद्रिका राय भी जदयू का दामन थामेंगे.
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी गुरुवार को 11 बजे देशभर के शहरों में साफ-सफाई से संबंधित 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2020' के परिणामों की घोषणा करेंगे। सरकार हर वर्ष सवच्छ सवेर्क्षण परिणामों की घोषणा करती है और इससे पहले चार बार इस तरह का सवेर्क्षण हो चुका है। केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित 'स्वच्छ महोत्सव' नाम के इस कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार प्रदान किए जायेंगे। पीएम मोदी इस मौके पर वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन शहरी के तहत काम करने वाले देशभर के चुनिंदा लाभार्थियों , स्वच्छाग्रहियों और सफाईकर्मियों के साथ बातचीत भी करेंगे। वह इस मौके पर स्वच्छ सवेर्क्षण 2020 डैशबोर्ड की भी शुरुआत करेंगे। दुनिया के इस सबसे बड़े स्वच्छता सवेर्क्षण में 4242 शहरों, 62 छावनी बोर्डों और 92 गंगा के समीप बसे कस्बों की रैंकिंग जारी की जायेगी। इन क्षेत्रों में करीब 1 करोड़ 90 लाख आबादी रहती है। सर्वेक्षण के पहले संस्करण में भारत में सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मैसुरू ने हासिल किया था, जबकि इसके बाद इंदौर लगातार तीन साल तक (2017,2018,2019) शीर्ष स्थान पर रहा । करीब एक महीने चले इस सवेर्क्षण के दौरान एक करोड़ 70 लाख नागरिकों ने स्वच्छता ऐप पर पंजीकरण किया है। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से अधिक लोग इससे जुड़े। साढे पांच लाख से अधिक सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण योजनाओं से जुड़े और ऐसे 21 हजार स्थानों की पहचान की गई, जहां कचरा पाये जाने की ज्यादा संभावना है। आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ साथ विभिन्न शहरों के मेयर , निगम आयुक्त और अन्य पक्षधारक इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।