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जबलपुर जिले में बनेगा Technology Center 200 करोड़ रुपये होंगे खर्च


जबलपुर में 200 करोड़ रुपये की लागत से टेक्नॉलजी सेंटर बनेगा, इसके लिए 99 साल के लिए जमीन लीज पर ली जाएगी।

जबलपुर|जबलपुर में टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना का रास्ता अब साफ हो गया है। एमपी सरकार ने 200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले टेक्नालॉजी सेंटर के लिये जबलपुर के औद्योगिक क्षेत्र रिछाई में 21 एकड़ से अधिक भूमि 99 साल की लीज पर आवंटन को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। 

MSME मंत्रालय ने प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी

जबलपुर में उद्योगों की नई तकनीक से सम्बंधित जरूरतों को पूरा करने और युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए टेक्नालॉजी सेंटर की स्थापना होगी। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा के प्रयासों के बाद भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय ने भी इस प्रोजेक्ट के लिए 200 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है।

जबलपुर के रिछाई औद्योगिक क्षेत्र में एक रूपए की टोकन मनी में लगभग 21 एकड़ से ज्यादा चिन्हित भूमि के आवंटन के लिए अनुमोदन प्रदान किया जा चुका है, इस आवंटित पट्टे की अवधि अधिकतम 99 वर्षों की होगी। इसके बाद जमीन पर पुनः गतिविधि संचालित होने की दशा में लीज का निशुल्क नवीनीकरण किया जाएगा।

इस टेक्नालॉजी सेंटर की स्थापना से जबलपुर एवं आसपास के जिलों की औद्योगिक इकाइयों को लाभ मिलेगा, साथ ही टेक्नोलॉजी सेंटर द्वारा डिजाइन, टेस्टिंग, टूलिंग, इनक्यूबेशन, ट्रेनिंग इत्यादि के रूप में उद्योगों को प्रत्यक्ष तकनीक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

आयुध निर्माणियों को भी फायदा

जबलपुर महाकौशल क्षेत्र का केंद्र बिंदु है. इस टेक्नोलॉजी सेंटर से यहां स्थापित उद्योगों को नई तकनीक की जानकारी के साथ उत्पादों के प्रोटोटाइप तैयार कराने में मदद मिलेगी। इंजीनियरिंग और आईटीआई प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों को वास्तविक मशीनों पर काम करने का मौका मिलेगा, साथ ही यहां की आयुध निर्माणियों को भी फायदा होगा।

खाद्य प्रसंस्करण के लिए उपयुक्त

जबलपुर में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए बहुत सम्भावनाएं हैं. उच्च किस्म की धान, हरा मटर, सब्जियां और जड़ी बूटियां मिलने से खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए सम्भावनाएं ज्यादा हैं. खनिज आधारित उद्योगों के लिए भी यह उपयुक्त जगह है।