संसद के मॉनसून सत्र को लेकर तैयारियां जोरों पर है. संसद का मानसून सत्र सितंबर के दूसरे हफ्ते में शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. हालांकि इसको लेकर अभी तक कोई तारीख निर्धारित नहीं हुई है. मौजूदा हालात को देखते हुए माना जा रहा है कि संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही एक साथ न चले. संसद की कार्यवाही के दौरान फिज़िकल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. इसके लिए संसद के दोनों चैंबर और दीर्घाओं का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी महामारी के मद्देनजर सत्र की तैयारियों की समीक्षा के लिए लोकसभा और राज्यसभा के चैंबरों का दौरा कर चुके हैं. आपको बता दें कि केंद्र सरकार से अबतक कोई लिखित सूचना नहीं मिलने की वजह से दोनों सचिवालय के अधिकारी अभी तक संसद के मानसून सत्र के शुरू होने की तारीख के बारे में सुनिश्चित नहीं कर सके हैं. हालांकि अधिकारी का कहना हैं कि वह सितंबर के दूसरे हफ्ते में सत्र शुरू होने की उम्मीद करते हैं, क्योंकि इसे 22 सितंबर या उससे पहले शुरू किया जाना है. आपको बता दें कि अंतिम बजट सत्र 23 मार्च को खत्म हो गया था, और भारत के संविधान के आदेशपत्र के अनुसार, दो सत्रों के बीच अधिकतम छह महीने का अंतर 22 सितंबर को खत्म हो रहा है. और तारीख तय करने के लिए संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति इस हफ्ते बैठक करेगी. सरकार सीसीपीए बैठक में अपने कामकाज के विवरण को भी साझा करेगी, जो पिछले हफ्ते होने वाली थी. संसद सत्र की घोषणा और शुरू होने के बीच आमतौर पर 14 दिनों का अंतर होता है. और ऐसे में संसद के कई सदस्यों ने यह भी कहा कि उन्हें कुछ जानकारियां मिली हैं कि सत्र सितंबर के दूसरे हफ्ते में शुरू हो सकता है. खैर, अब देखना होगा कि संसद सत्र की तारीखों का कबतक ऐलान होता है.