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अंग्रेजों के मुंह का जायका भी बनेगा बिहार का ये पान, अब अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में भी होगा निर्यात

 


बिहार के दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर समेत करीब 17 जिलों के किसानों के दिन अच्छे आने वाले हैं। क्योंकि अब इन जिलों में उत्पादित होने वाला मगही पान का निर्यात (Magahi Paan Exports) दूसरे देशों में भी होगा। बिहार के मगही पान की डिमांड ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों में होने लगी है।

बिहार का मगही पान (Magahi Paan of Bihar) अभी तक देश के अन्य राज्यों के लोगों के मुंह का जायका ही बनता रहा है। लेकिन अब बिहार का यह मगही पान अंग्रेजों (The british) के मुंह का जायका भी बनने जा रहा है। दूसरे देशों में भी पान के शौकीनों (Paan lovers) के बीच बिहार के मगही पान को पहुंचाए जाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। मगही पान के निर्यात (Magahi Paan Exports) में कई कम्पनियों ने आगे बढ़कर रुचि दिखाई है। बिहार के मगही पान को जीआई टैग (GI Tag) मिल गया है। जिसके बाद से ही दुनिया भर के देशों में मगही पान की डिमांड (Magahi Paan demand) तेजी से बढ़ गई है। जानकारी के आनुसार अब बिहार के मगही पान का निर्यात अमेरिका (America), ब्रिटेन (Britain) और फ्रांस (France) जैसे दुनियाभर के कई देशों में होगा।

बिहार कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. आरके सहाने (Dr. RK Sahane of Bihar Agricultural University) को बिहार के मगही पान का दूसरे देशों में निर्यात होने का श्रेय दिया जाता है। डॉ. आरके सहाने ने ही बिहार के मगही पान को लेकर पहल की और केंद्र सरकार तक मगही पान की बात पहुंचाई थी। जानकारी के अनुसार केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अंर्तगत कार्य करने वाली संस्था एपीडा ने बिहार के मगही पान को सूचीबद्ध कर दिया है। इसके बाद अब बिहार के मगही पान को विदेशों तक भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा कई निर्यातक कम्पनियां भी बिहार के मगही पान के निर्यात के लिए दिलचस्पी दिखाते हुए आगे आने लगी हैं।

इन 17 जिलों के किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ

दुनिया भर में मगही पान का निर्यात होने से बिहार के करीब 17 जिलों के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। मगही पान की खपत अब तक बिहार और यूपी के कई जिलों तक ही होती आई है। अब मगही पान के दूसरे देशों तक पहुंचने से मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, भागलपुर, मुजफ्फरपुर वैशाली, नवादा, गया, नालन्दा, खगड़िया, पूर्वी चंपारण, सारण, सिवान, औरंगाबाद, मुंगेर, बेगूसराय और शेखपूरा के किसानों को लाभ मिलने वाला है। आपको बता दें बिहार के इन्हीं 17 जिलों में मगही पान की खेती की जाती है।

बिहार में करीब 20 लाख किसानों की आजीविका मगही पान पर है निर्भर

बिहार में वर्तमान में मगही पान का 150 करोड़ का कारोबार बताया जा रहा है। जिस पर 20 लाख किसानों समेत इससे जुड़े अन्य लोगों की आजीविका निर्भर है। बिहार के इन 17 जिलों में 5 हजार हेक्टेयर भूमि में पान की खेती की जाती है। उम्मीद जताई जा रही है कि मगही पान का निर्यात दूसरे देशों तक हो जाने के बाद पान किसानों आमदनी दोगुनी और किस्मत चमक जाएगी।