वित्तीय खुफिया इकाई-भारत ने मनी लॉन्ड्रिंग नॉर्म्स का उल्लंघन करने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 5.49 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। शुक्रवार को वित्त मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया है कि इन लेनदेन से पैदा हुए धन यानी अपराध की कमाई को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खातों के जरिये भेजा गया था।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। वित्त मंत्रालय की फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट यानी एफआईयू ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक यानी पीपीबीए पर जुर्माना लगाया है....पीपीबीएल पर फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट ने 5.49 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग नियमों के उल्लंघन के आरोप में जुर्माना लगाया गया है। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि पीएमएलए (PMLA) यानी प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत पीपीबीएल पर यह जुर्माना लगाया गया है। फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट ने लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज से मिले कुछ खास सूचना के आधार पर पेटीएम पेमेंट्स बैंक की समीक्षा शुरू की है..यह जानकारी बैंक की ओर से गलत गतिविधियों में लिप्त पाए जाने से संबंधित है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरोप
आपको बता दें कि RBI ने अपनी जांच में पाया था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने एक ही PAN कार्ड पर हजारों खाते खोले हैं. जांच में ऐसे एक-दो नहीं, बल्कि कई मामलों का पता चला था. यही नहीं इन खातों में करोड़ों का ट्रांजैक्शन भी हुआ था. इस जांच के बाद ही RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ एक्शन लिया था।
RBI ने नो योर क्लाइंट (KYC) नियमों में लापरवाही के चलते पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं. अब 15 मार्च के बाद किसी नए डिपॉजिट, टॉप-अप करने पर रोक है. साथ ही फंड ट्रांसफर, बिल पेमेंट, UPI के अलावा अन्य सर्विसेज का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा. 15 मार्च तक पहले से मौजूद बैलेंस का इस्तेमाल किया जा सकता है।
विजय शेखर शर्मा बैंक से अलग हुए
इससे पहले इसी हफ्ते सोमवार (26 फरवरी) को विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (paytm payments bank) के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था. वो बैंक के पार्ट टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन थे. उनके इस्तीफे के बाद बैंक के बोर्ड का पुनर्गठन भी किया गया है. अब सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन श्रीनिवासन श्रीधर बोर्ड के सदस्य हैं. इसके अलावा रिटायर्ड IAS देबेंद्रनाथ सारंगी, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अशोक कुमार गर्ग और रिटायर्ड IAS रजनी सेखरी सिब्बल बोर्ड के सदस्य हैं. विजय शेखर शर्मा के इस्तीफे के बाद अब पीपीबीएल नए चेयरमैन के नियुक्ति की प्रक्रिया को शुरू करेगा।