कजाकिस्तान सरकार ने एक ऐतिहासिक और विवादास्पद फैसला लेते हुए मुस्लिम महिलाओं के नकाब पहनने पर सार्वजनिक स्थलों में प्रतिबंध लगा दिया है। राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव द्वारा हस्ताक्षरित इस नए कानून में किसी विशेष धार्मिक परिधान का नाम तो नहीं लिया गया है, लेकिन जानकारों का कहना है कि इसका उद्देश्य नकाब और बुर्का जैसे पहनावे पर रोक लगाना है, जो चेहरे को पूरी तरह ढंकते हैं।
इस फैसले के तहत अब कोई भी व्यक्ति सिर्फ खास परिस्थितियों जैसे चिकित्सा, मौसम, या सांस्कृतिक आयोजनों में ही चेहरा ढक सकेगा। यह कदम ऐसे समय पर आया है जब मध्य एशिया के कई मुस्लिम बहुल देश कट्टरपंथ के उभार को लेकर सतर्क होते जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 2023 में उज्बेकिस्तान और 2025 की शुरुआत में किर्गिस्तान भी इस दिशा में कदम उठा चुके हैं। कजाकिस्तान का यह फैसला पूरे इस्लामिक वर्ल्ड में धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा के बीच की रेखा पर बहस को और गहरा कर सकता है।