वैदिक ज्योतिष में शुभ मुहूर्त का निर्धारण वार, नक्षत्र, योग और तिथि के आधार पर किया जाता है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, मुहूर्त किसी भी कार्य के लिए शुभ और अशुभ समय की अवस्था को कहा जाता है। माना जाता है कि शुभ संयोग या मुहूर्त में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है, जबकि इसके विपरीत अशुभ योगों में किए गए कार्य असफल होते हैं।
वैदिक शास्त्र में अमृतसिद्धि योग (Amrit Siddhi Yoga) बेहद लाभकारी बताया गया है। कहते हैं कि यह योग मांगलिक या शुभ कार्यों के लिए फलदायी होता है।
जानिए सितंबर से दिसंबर 2020 तक के अमृतसिद्धि योग-
04 सितंबर 2020- शुक्रवार- 23:28 29:44
02 अक्टूबर 2020 - शुक्रवार - 5:57 - 29:54
30 अक्टूबर 2020 - शुक्रवार - 6:08 - 14:57
28 दिसंबर 2020 - सोमवार - 15:40 - 30:49
31 दिसंबर 2020 - गुरुवार - 19:49 - 30:57
02 अक्टूबर 2020 - शुक्रवार - 5:57 - 29:54
30 अक्टूबर 2020 - शुक्रवार - 6:08 - 14:57
28 दिसंबर 2020 - सोमवार - 15:40 - 30:49
31 दिसंबर 2020 - गुरुवार - 19:49 - 30:57
जानिए क्या होता है अमृतसिद्धि योग-
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को इस योग में शुरू करने पर सफलता हासिल होती है। अमृत सिद्धि योग को मांगलिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। अमृतसिद्धि योग में व्यापार शुरू करना, जमीन खरीदना, नौकरी के लिए आवेदन देना, यात्रा करना, सोना-चांदी खरीदना फलदायी माना जाता है।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, अगर अमृतसिद्धि योग मंगलवार के दिन पड़े तो उस दिन गृहप्रवेश नहीं करना चाहिए। इसी तरह यह योग गुरुवार को पड़ता है तो इस दिन विवाह अशुभ माना जाता है। यह योग शनिवार को पड़ता है तो यात्रा करने में मनाही होती है।