बलरामपुर: योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा नदियों और अन्य जल निकायों में शवों को फेंकने पर पाबंदी लगाई है. इसके बाद भी एक कोविड रोगी के शव को नदी में फेंकने का मामला सामने आया है. इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. शव को नदी में फेंकने वाले परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
पीपीई सूट में दो लोगों में से एक, राप्ती नदी पर पुल पर एक शव को उठाते हुए दिखाई दे रहा हैं. पीपीई सूट पहने आदमी को शव के साथ छेड़छाड़ करते देखा जा सकता है . शायद वह बॉडी बैग से बाहर निकालने की कोशिश कर रहा था.
बलरामपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने पुष्टि की है कि शव वास्तव में एक कोविड रोगी का था, और रिश्तेदार इसे नदी में फेंकने की कोशिश कर रहे थे. मृतक के परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर शव को वापस सौंप दिया गया है.
बलरामपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीवी सिंह ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मरीज को 25 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और तीन दिन बाद उसकी मृत्यु हो गई. कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार, शव उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया. रिश्तेदारों ने शव को नदी में फेंक दिया. हमने मामला दायर किया है, और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पीपीई किट पहने दो युवकों द्वारा राप्ती नदी पुल से नदी में शव फेंकते वायरल वीडियो के सम्बंध में सीएमओ डॉ वीबी सिंह की बाईट
इस महीने की शुरूआत में, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गंगा नदी के किनारे सैकड़ों शव बह गए थे, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि शवों का उचित तरीके से निस्तारण किया जाए.