नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षण के गुरुवार को घोषित नतीजों में इंदौर को लगातार चौथे साल भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। सर्वेक्षण में इस बार दूसरा स्थान सूरत और तीसरा स्थान नवी मुंबई को मिला है। केंद्र सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण में वाराणसी को ‘गंगा किनारे बसा हुआ सबसे अच्छा शहर' घोषित किया गया है। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक समारोह में स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2020 की घोषणा की।
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर शहर की इस सिलसिलेवार सफलता में करीब 35 लाख नागरिकों की सहभागिता के साथ ही कचरा प्रबंधन के नवाचारों और वित्तीय रूप से टिकाऊ व्यवस्थाओं का भी बड़ा हाथ है। आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने डिजिटल तरीके से आयोजित पुरस्कार समारोह के दौरान "स्वच्छ सर्वेक्षण 2020" के परिणाम जाहिर किये और इंदौर को "भारत का सबसे स्वच्छ शहर" घोषित किया।
इंदौर का चौका लगाने का सपना साकार
देश के 4,242 शहरों में किये गये इस सर्वेक्षण में कुल 1.9 करोड़ नागरिकों ने अपनी राय देकर भागीदारी की। केंद्रीय मंत्री की घोषणा के साथ ही इंदौर नगर निगम (आईएमसी) का "चौका लगायेंगे" का नारा साकार हो चुका है और इस कामयाबी के बाद शहर भर में जश्न का माहौल है। खुशी से सराबोर सफाई कर्मियों ने सड़कों पर रंगोली बनाकर उत्सवी रंग बिखेरे। इन रंगोलियों में "इंदौर नंबर 1" भी उकेरा गया था।
10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की लिस्ट
भारत के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में नंबर एक बार इंदौर शहर है। इसके बाद दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत शहर, तीसरे नंबर पर नवी मुंबई, चौथे नंबर पर आंध्र प्रदेश का विजयवाड़ा शहर, पांचवें नंबर पर गुजरात का अहमदाबाद शहर, छठवें नंबर पर राजकोट, सातवें नंबर पर भोपाल, आठवें नंबर पर चंडीगढ़, नवें नंबर पर विशाखापट्टनम, दसवें नंबर पर वडोदरा शहर है।
11वें नंबर पर नासिक, 12वें नंबर पर लखनऊ, 13 नंबर पर ग्वालियर, 14वें नंबर पर ठाणे, 15वें नंबर पर पुणे, 16वें नंबर पर आगरा, 17वें नंबर पर जबलपुर, 18वें नंबर पर नागपुर, 19वें नंबर पर गाजियाबाद और 20वां नंबर प्रयागराज को मिला है।