पटना, बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले ही विपक्षी दल के महागठबंधन को जोरदार झटका लगा है। महागठबंधन के प्रमुख घटक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने गुरुवार को महागठबंधन से नाता तोड़ लिया। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' की गुरुवार को यहां महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें पार्टी की कोर कमिटी और वरिष्ठ सदस्यों ने हिस्सा लिया। बैठक में सर्वसम्मति से महागठबंधन से नाता तोड़ने का निर्णय लिया गया।
बैठक के बाद पार्टी के प्रवक्ता दानिष रिजवान ने पत्रकारों को बताया कि भविष्य में पार्टी किस गठबंधन या किस पार्टी के साथ जाएगी इसका निर्णय पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी पर छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि जो लोग गठबंधन के नेताओं की बात नहीं सुनते वह सत्ता में आने के बाद जनता की भी नहीं सुनेंगे।
उल्लेखनीय है कि 'हम' महागठबंधन में रहते हुए लगातार समन्वय समिति बनाने की मांग उठाते रही है।इधर, इस बात की संभावना जताई जा रह है कि मांझी की पार्टी जल्द ही राजग में शामिल हो सकती है।मांझी के महागठबंधन से अलग होने को गठबंधन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।उल्लेखनीय है कि राजद, कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और हम के गठबंधन में मांझी लगातार समन्वय समिति बनाने की मांग करते रहे थे। मांझी ने चेतावनी दी थी अगर समिति बनाने को लेकर जल्द कोई फैसला नहीं लिया गया तो वे महागठंधन छोड़कर अलग रास्ता अख्तियार कर सकते हैं।