विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि सीमा मुददों से निपटने को लेकर भारत दृढ़ और संकल्पित रहा और इससे प्रभावी ढंग से निपटा । उनकी इस टिप्पणी भारत और चीन के बीच गतिरोध के संदर्भ में देखा जा रहा है। पुणे इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित 'एशिया आर्थिक वार्ता' के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत कोविड-19 महामारी और इसके आर्थिक प्रभावों से भी प्रभावी ढंग से निपटा और और सभी की बातों को सुनते हुए इस दिशा में समुचित कदम उठाये ।
पिछले वर्ष कई बड़े घटनाक्रम सामने आए: विदेश मंत्री
विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष तीन ऐसे बड़े घटनाक्रम सामने आए जिसने देश में हम सभी को प्रभावित किया । इन घटनाओं ने दुनिया को भी प्रभावित किया जिसमें से कोविड-19 महामारी, इसका आर्थिक प्रभाव और इसकी चुनौतियां शामिल हैं । ये चुनौतियां हमारी सीमाओं पर आ गई और स्वभाविक तौर पर इसका अपना प्रभाव भी था । उन्होंने कहा कि इन सभी मामलों में मैं कहना चाहूंगा कि ये कठिन चुनौतियां थी । इस बारे में काफी चर्चाएं हुई और स्वभाविक तौर पर ऐसा होना भी चाहिए था । इस संबंध में कड़े निर्णय, कई तरह की अटकलें और काफी संख्या में बिन मांगी सलाह भी थी ।
सम्मेलन में आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री ने भी लिया हिस्सा
विदेश मंत्री ने कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि सरकार के तौर पर हमने सभी की बात सुनी और इसके बाद हमें जो सही लगा, वैसा किया। इस सम्मेलन में आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मॉरिश पेन ने भी हिस्सा लिया। भारत द्वारा सीमा पर उत्पन्न स्थिति से निपटने का उल्लेख करते हुए विदेश मंत्री ने किसी देश का नाम लिये बिना और कोई ब्यौरा दिये बिना कहा, '' आप जानते हैं कि हमने वैसा किया, जैसा हमें करना चाहिए था । इस बारे में काफी चर्चाएं हुई हैं और अब भी हो रही हैं । यह स्वभाविक है कि लोग ऐसे भी मामलों पर सुझाव देते हैं जिसके बारे में उन्हें कोई खास जानकारी नहीं होती है और यह मानव स्वभाव है । उन्होंने कहा कि लेकिन इस स्थिति में भी हम संकल्पित थे और हमारे हितों की सुरक्षा को लेकर दृढ़ थे ।
जटिल मुद्दों पर हमने सभी की बात सुनी: जयशंकर
पिछले वर्ष के महत्वपूर्ण घटनाक्रमों पर भारत की प्रतिक्रिया का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि कोविड-19 फैलने की स्थिति में सरकार ने जल्द लॉकडाउन लगाया और एक तरह की सामाजिक अनुशासन की व्यवस्था को प्रेरित किया । इसके अलावा काफी कम समय में प्रभावी स्वास्थ्य आधारभूत ढांचा स्थापित किया । उन्होंने कहा कि वह कहना चाहेंगे कि 16,000 समर्पित केंद्र और शून्य से शुरू करके पीपीई किट, मास्क, वेंटिलेंटर, जांच किट आदि का निर्यातक बना, मैं समझता हूं कि यह बड़ी बात है । जयशंकर ने कहा कि सभी मामलों में और जटिल मुद्दों पर हमने सभी की बात सुनी और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया दी ।