भोपाल: मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मंगलवार दोपहर अचानक भड़की आग देखते ही देखते अभयारण्य के कोर एरिया तक पहुंच गई. मगधी रेंज के महामन और भद्रशिला में आग पहुंचने की सूचना के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने जल्द इस पर काबू पाने की कोशिशें तेज कीं. इसी दौरान जाजागढ़, पनपथा और पतौर में आग लगने की सूचना आ गई. टाइगर रिजर्व प्रबंधन का दावा है कि मंगलवार रात करीब 11.30 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया.
इस बीच आग कई सूखे पेड़ों के ठूंठ तक भड़क रही है उन्हें बुझाने की कोशिश बुधवार दोपहर तक चलती रही. टाइगर रिजर्व प्रबंधन का कहना है कि किसी ने जानबूझकर आग लगाई है. मगधी रेंज बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का कोर एरिया है. यहां तक आग पहुंचने के बाद बाघ व दूसरे वन्य प्राणियों की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा था. बताया जा रहा है कि मंगलवार देर रात जब जंगल में आग धू-धू कर बांस की झाड़ियों में भड़क रही थी तो हिरन, चीतल व दूसरे वन्य प्राणी इधर से उधर भाग रहे थे.
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगी आग को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार सुबह वन अधिकारियों की बैठक बुलाई. करीब एक घंटे चली बैठक में मुख्यमंत्री ने आगजनी के कारणों पर बात की और इसे बुझाने को लेकर जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. वन विभाग के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल ने सीएम को जानकारी दी कि टाइगर रिजर्व में लगी आग से वन्यजीवों को नुकसान पहुंचने का कोई मामला सामने नहीं आया है. बैठक में वनमंत्री विजय शाह, वन बल प्रमुख राजेश श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह आग खितौली वनपरिक्षेत्र से फैली. तीन दिन पहले आग लगी थी जिसे बुझा लेने का दावा किया गया था, लेकिन पूरी तरह आग को बुझाया नहीं गया था. वन विभाग की लापरवाही की वजह से आग धीरे-धीरे इतनी भयानक हो गई कि खितौली, मगधी, ताला तीनों जोन में फैल गई. इससे जंगल का काफी नुकसान हुआ. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व घूमने आए पर्यटकों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल किया. तब वन विभाग प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया और आग पर काबू पाने की त्वरित कार्रवाई शुरू की.