फिल्म - मुंबई सागा
कलाकार - जॉन अब्राहम, इमरान हाश्मी, काजल अग्रवाल, सुनील शेट्टी, काजल अग्रवाल
डायरेक्टर - संजय गुप्ता
स्टार 3.5
नीतू कुमार : मायानगरी मुंबई सपनों का शहर कहलाता है, वहीं इस शहर पर सालों तक अंडरवर्ल्ड और गैंगवार का स्याह साया रहा है। अंडरवर्ल्ड और गैंगवार की चपेट में फंसे देश के सबसे बड़े शहर को अक्सर फिल्मी पर्दे पर उतारा गया जाता है। फिल्म मेकर संजय गुप्ता एक बार फिर मुंबई पर क्राइम ड्रामा लेकर आए है । कहा जा रहा है कि उनकी फिल्म मुंबई सागा ( Mumbai Saga ) छोटा राजन का दाया हाथ कहे जाने वाले गैंगस्टर डीके राव की कहानी पर आधारित है। वो डीके राव जो कभी आधे मुंबई का किंग था । फिरौती मांगना, बैंक लूट, हत्या, धमकी देना समेत तमाम अपराध उसके खाते में दर्ज है । डीके राव की कहानी को फिल्मी कलेवर देकर बनाई गई है मुंबई सागा । क्या मुंबई सागा शूट आउट एट लोखंडवाला और शूट आउट एट वडाला जैसी दमदार है ? आइये जानते है
कहानी - मुंबई सागा की कहानी तब की है जब ये शहर मुंबई कहलाता था । 80 के दशक में शहर गैगवार की चपेट में था । इन्ही में से एक गैंगस्टर था अमर्त्य राव ( जॉन अब्राहम ) । रेलवे स्टेशन पर अमर्त्य का परिवार सब्जी बेचने का काम करता है। उसके छोटे भाई अर्जुन ( प्रतीक बब्बर ) को हफ्ता वसूलने वाले गैंगस्टर गायतोंडे ( अमोल गुप्ते ) के गुंडे बहुत पीटते हैं और यहीं से अर्मत्य राव गैंगस्टर वर्ल्ड में कदम रखता है। वो गायतोंडे के गुंडो को बहुत पीटता है । 50 से ज्य़ादा गुंडो को वो खूब पीटता है और फिर गायतोंडे के खिलाफ मोर्चा खोल देता है। अर्मत्य उसकी हफ्ता वसूली को एकदम से बंद करवा देता है । मुंबई का किंग कहलाने वाला भाऊ ( महेश मांजरेकर ) उसके सिर पर अपना हाथ रख देता है और फिर अमर्त्य का पावर बढ़ता चला जाता है । इसी बीच वो गायतोंडे के करीबी अमीर बिजनेस मैन ( समीर सोनी ) की हत्या कर देता है और यहीं से कहानी बदल जाती है। बिजनेसमैन की पत्नी ऐलान करती है कि जो भी पुलिसवाला अमर्त्य राव का एनकाउंटर करेगा वो उसे 10 करोड़ देगी । एनकाउंटर स्पेस्लिस्ट विजय सावरकर ( इमरान हाश्मी ) अर्मत्य को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी लेता है और हाथ धोकर गैगस्टर अमर्त्य के पीछे पड़ जाता है। कई बार दोनों के बीच जंग होती है लेकिन हर हार अमर्त्य बच निकतला है । क्या विजय सावरकर अमर्त्य को खत्म कर पाएगा ? ये जानने के लिए आप इस फिल्म को सिनेमा हॉल्स में देख सकते हैं।
हमारी राय - संजय गुप्ता गैंगस्टर बेस्ड फिल्मों को बनाने में माहिर हैं। आतिश, कांटे, शूट आउट एट लोखंडवाला और शूट आउट एट वडाला जैसी फिल्में बनाकर उन्होंने ये साबित किया है । मुंबई सागा एक्शन और ड्रामा से भरपूर है लेकिन संजय़ की पिछली गैंगस्टर ड्रामा फिल्मों के मुकाबले कमजोर है। मुंबई सागा में नयापन नहीं है। वहीं इसकी खासियत की बात करें डॉयलॉग्स धांसू हैं। गैंगस्टर अर्मत्य राव के किरदार में जॉन अब्राहम जंचे हैं । एक्शन सीन्स में जॉन का दम जबरदस्त दिखता है। जॉन और इमरान के बीच के फाइट सीन्स और डॉयलॉग बाजी इस फिल्म की आत्मा है। इमरान हाश्मी भी बहुत प्रभावी रहे। सुनील शेट्टी, महेश मांजरेकर और अमोल गुप्ते ने भी अपनी एक्टिंग से फिल्म में जान डाली है। काजल अग्रवाल फिल्म की लीड एक्ट्रेस हैं लेकिन ना तो उनके पास सीन्स हैं और ना ही डाय़लॉग । फिल्म में एक साथ कई सितारों को देखना अच्छा लगता है। मुंबई सागा का संगीत पक्ष दमदार नहीं है । पायल देव और यो यो हनी सिंह ने फिल्म में फिल्म में संगीत दिया है । आपको फिल्म का एक भी गाना याद नहीं रहता है। जॉन अब्राहम की एक्शन फिल्में पसंद करते हैं तो इस फिल्म को जरूर देखिए । हमारी तरफ से फिल्म को 3.5 स्टार