नई दिल्ली | एलन मस्क को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब स्पेसएक्स का रॉकेट अपने मंजिर के बेहद करीब पहुंचकर जलकर पूरी तरह खाक हो गया। दरअसल, स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज कोर्पोरेशन (SpaceX) का नया और सबसे बड़ा रॉकेट अपनी तीसरी टेस्ट फ्लाइट में पहली बार सफलतापूर्वक लैंड हो गया, मगर थोड़ी देर बाद ही विस्फोट हो गया और आग के गोलों में बदल गया। लैंडिग के कुछ देर बाद ही यह जलकर पूरी तरह खाक हो गया।
दरअसल, बुधवार को अमेरिका के टेक्सास में स्थित स्पेसएक्स की बोला चिका स्थित कंपनी से स्टारशिप एसएन10 स्पेसक्राफ्ट को शाम 5:15 बजे लॉन्च किया गया था। इसका एक वीडियो भी स्पेसएक्स ने अपनी वेबसाइट पर जारी किया है। वेबसाइट के मुताबिक, रॉकेट ने लैंड पैड को छूने से पहले 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भरी थी। लैंडिंग के तरंत बाद रॉकेट में विस्फोट हो गया और आग की लपटों से घिर गया और फिर देखते ही देखते जलकर खाक हो गया। आग लगने से पहले तक रॉकेट अपने तीन प्रयासों में पहली सफल लैंडिंग के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल करता दिखाई दिया।
बताया जा रहा है कि इस रॉकेट की सफलतापूर्व लैंडिंग स्पेस ट्रेवल की दिशा में बड़ा कदम होता। इसकी सफलता स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के लिए उस योजना में एक कदम आगे बढ़ने जैसी थी, जिसमें वह 2023 तक 12 लोगों को चांद पर भेजेंगे। साथ ही इसमें नासा के अंतरिक्षयात्रियों को चांद की सतह तक पहुंचाना और फिर मंगल पर भेजना भी शामिल है। हालांकि, कंपनी अभी भी अपनी पहली कक्षीय उड़ान के लिए स्टारशिप तैयार करने का काम कर रही है, जो इस साल के अंत में पूरा हो सकता है।
इससे पहले मंगलवार को एलन मस्क एक वीडियो में कहा था, ‘मुझे पूरा यकीन है कि हम 2023 से पहले ही कई बार स्टारशिप के साथ ऑर्बिट तक पहुंचेंगे और फिर 2023 तक वहां इंसानों को पहुंचाना सुरक्षित होगा।’ इस वीडियो को जापानी उद्दमी युसाकू माएजावा ने शेयर किया था, जिन्होंने आठ लोगों को इस फन ट्रिप के लिए आमंत्रित किया है।
गौरतलब है कि इससे पहले स्टारशिप रॉकेट पिछले साल 9 दिसंबर को ठीक इसी तरह के धमाके का शिकार हुआ था। उस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं थी।