भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों में कोरोना वायरस (कोविड-19) की दूसरी लहर देखने को मिल रही है। बढ़ते कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दुनिया का हर देश पूरी कोशिश कर रहा है। पूरी कोशिशों के बाद भी कोरोना वायरस का ग्राफ बढ़ रहा है।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की ओर से बड़ा बयान दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने कहा है कि कोरोना वायरस जल्द ही मौसमी बीमारी (Seasonal Disease) का रूप ले सकता है।
कोरोना वायरस की चीन के वुहान से दुनियाभर में फैला है। एक साल बीत जाने के बाद भी वैज्ञानिक इस बीमारी के रहस्य को नहीं सुलझा सके हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी से करीब 2 लाख 70 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
बता दें कि एक विशेषज्ञों ने टीम कोरोना वायरस पर अध्ययन कर रही है। विशेषज्ञों की टीम ने कोरोना वायरस के प्रसार पर जानकारी हासिल करने के लिए मौसम विज्ञान और वायु गुणवत्ता का अध्ययन किया। इस अध्ययन में पाया गया है कि कोविड-19 अब मौसमी बीमारी की तरह अगले कुछ वर्षों तक इसी तरह से परेशान करती रहेगी।
यूएम के विश्व मौसम संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा गठित 16-सदस्यीय टीम ने कहा है कि सांस संबंधी संक्रमण अक्सर मौसमी होते हैं। जैसे ही मौसम में बदलाब होता है वैसे ही ये संक्रमण बढ़ जाते हैं। कोरोना वायरस भी मौसम और तापमान के अनुसार अपना असर दिखाएगा। यदि कोरोना वायरस अगले कई सालों तक इसी तरह कायम रहा तो कोविड-19 एक मजबूत मौसमी बीमारी बनकर भरेगा।