कोरोना की दूसरी लहर से लोग परेशान हैं, ऐसे मे यदि भूकंप के झटके भी महसूस हो जाएं तो लोगों की मुसीबतें बढ़ना लाजिमी है। जिले में 11 अप्रैल की दोपहर आए भूकंप ने सबको हिला कर रख दिया। अनूपपुर जिला मुख्यालय में इसे 12.55 मिनट के आसपास महसूस किया गया। लगभग 15 सेकंड तक तेज आवाज के साथ घरों की दीवारें हिल गईं। पंखे-सामान हिलने लगे। लोगों ने इस कंपन और आवाज को स्पष्ट महसूस किया। बच्चे, जवान, बुजुर्ग सभी जान बचाने के लिए घर से बाहर निकल आए। भूकंप से अभी तक किसी जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
महज कुछ सेकंड तक ही धरती हिली, लेकिन लोग दहशत में आ गए। लाकडाउन के कारण लोग अपने-अपने घरों में ही थे। दोपहर में अचानक दीवारें, पंखे और सामान हिलने लगे। लोगों को समझते देर नहीं लगी, बचने के लिए सब अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। पेंड्रा के कुछ घरों में हल्की दरारें आने की बात सामने आ रही हैं।
छग की सीमा पर केन्द्र बिन्दु: प्राप्त जानकारी के अनुसार अनूपपुर-बिलासपुर की सीमा पर इसका केन्द्र था। बिलासपुर से 139 किमी उत्तर-पूर्व में जमीन के 10 किमी नीचे था भूकंप का केंद्र। रायपुर मौसम विभाग ने बताया कि रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.9 मापी गई है। इस भकंप अनूपपुर, जैतहरी, वेंकटनगर, कोतमा, चचाई, धनपुरी में यह झटके महसूस किये गये। जबकि अधिक पहाडी ऊंचाई वाले राजेन्द्रग्राम, अमरकंटक में भूकंप कम महसूस किए गए।