Election Commission: चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पीएम मोदी पर कसे गए दो तंजों को लेकर नोटिस जारी किया है।
नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित बयान देकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी फंसते हुए नजर आ रहे हैं। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस भेजा है। आयोग ने कांग्रेस नेता को 25 नवंबर तक का समय दिया है। इस समय सीमा तक राहुल गांधी को अपना जवाब चुनाव आयोग को देना है। चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता की दो बयानों को लेकर नोटिस जारी किया है। इसमें उनका पीएम को पनौती और जेबकतरा वाला बयान शामिल है।
पनौती और जेबकतरे शब्द के इस्तेमाल पर फंसे राहुल गांधी,देखिए राहुल गांधी का वह विवादित बयान वाला विडियो। 👇👇👇👇👇
चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस भेजा है. ये नोटिस उनके 'पनौती' और 'जेबकतरे' वाले बयान पर जारी किया गया है. उन्होंने पीएम मोदी को निशाना बनाते हुए ये बयानबाजी की थी,अब चुनाव आयोग ने उनको नोटिस जारी करते हुए शनिवार शाम तक जवाब मांगा है।बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी की शिकायत की थी. इसमें कहा गया था कि सीनियर नेता का इस तरह का बयान देना अशोभनीय है।
अब चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए कहा है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पर इस तरह के असत्यापित आरोप नहीं लगाए जा सकते. राहुल गांधी ने राजस्थान में जनसभा करते हुए ये बयान दिया था,दरअसल, राहुल गांधी जनसभा में PM मोदी का जिक्र कर निशाना साध रहे थे. इसी दौरान जनसभा में कुछ लोग पनौती-पनौती चिल्लाने लगे. इस पर राहुल बोले, अच्छा भला हमारे लड़के वहां वर्ल्ड कप जीत जाते, लेकिन पनौती ने हरवा दिया. टीवी वाले ये नहीं कहेंगे. लेकिन जनता जानती है।
भाजपा ने की थी शिकायत
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को पनौती कहा तो भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई थी। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी को राष्ट्रीय शर्म कह दिया था। भाजपा ने मामले की शिकायत चुनाव आयोग से भी की थी।
खरगे बोले उन्हें भेजने दीजिए हम जवाब देंगे
चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी को दिए गए नोटिस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- उन्हें नोटिस भेजने दीजिए हम इसका जवाब देंगे। यह कोई बड़ी बात नहीं है। ऐसी कोई गंभीर टिप्पणी नहीं की गई है। चुनाव चल रहा इसलिए हाइप क्रिएट किया जा रहा है। हम नोटिस का जवाब देंगे। जिस तरह से चुनाव में डराने की कोशिश कर रहे हैं वो ठीक नहीं है। चुनाव के बीच हमें डराने के लिए ईडी और सीबीआई का उपयोग किया जा रहा है।