यह खबर उस हद तक पहुंचती है, जहां मातृत्व भी बाजार में बिकता नजर आता है। जम्मू के मीरां साहिब क्षेत्र में बलोल नाके पर जब पुलिस ने एक स्कूटी को रोका, तो उन्हें नहीं पता था कि वे कभी मां की गोद में खेले हुए हाथों में 550 ग्राम हेरोइन पकड़ने वाले हैं।
गिरफ्त में आए भाई-बहन — गुरजीत और नवनीत कौर — महज़ डीलर नहीं, एक बड़े पारिवारिक ड्रग नेटवर्क के मोहरे निकले। पूछताछ में पता चला कि इनका संचालन उनकी मां — राजिंदर कौर कर रही थी, जो पिछले महीने ही पंजाब में पकड़ी गई थी।
यह केस अब जम्मू पुलिस के लिए सिर्फ तस्करी का नहीं, बल्कि नशे की सांस्कृतिक जड़ें उखाड़ने की चुनौती बन चुका है।