मैं जब तिराह घाटी की ओर बढ़ रहा था, तो वहां की सड़कों पर पसरा सन्नाटा और चौकियों पर तैनात सैनिकों की आंखों में चिंता साफ झलक रही थी। घाटी के एक छोर पर वो जगह थी जहां एक भयंकर विस्फोट हुआ था। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि एक क्वाडकॉप्टर के ज़रिए बम हमले की तैयारी चल रही थी, पर उससे पहले ही बम यासीन के हाथ में फट गया।
यहां के लोग अब इस धमाके को राहत की तरह देख रहे हैं—शायद आतंक की एक लहर को रोक दिया गया। लेकिन, इलाके में तनाव कायम है। घायल आतंकी कहां हैं? क्या वे कहीं और हमले की तैयारी में थे? यह सवाल अब सेना के सामने है।