भोपाल। क्या एक सरकार युवा पीढ़ी को आत्म-विनाश से बचा सकती है?
शायद हां। मध्यप्रदेश में "नशे से दूरी- है जरूरी" अभियान, युवा मानसिक स्वास्थ्य और मानव गरिमा की रक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास है।
यह अभियान विशेष रूप से किशोरों और युवा विद्यार्थियों के बीच संचालित हो रहा है, जहां उन्हें स्वयं नशामुक्ति का दूत बनाया जा रहा है। स्कूलों में चित्रकला, शपथ, नुक्कड़ नाटक और “सेल्फी पॉइंट” — यह सब न केवल संदेश देता है, बल्कि आत्मसम्मान की भावना भी जगाता है।
नशे के शिकार लोगों को Manhit App के माध्यम से परामर्श देना और हेल्पलाइन नंबर 1933, 14446 का प्रचार — यह कदम दिखाते हैं कि राज्य न केवल अपराध रोकना चाहता है, बल्कि मानवता की रक्षा भी करना चाहता है।