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प्रशासन की सजगता से आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर पैसा मांगने का मामला पकड़ाया


 


जबलपुर : प्रशासन की सजगता से आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर गरीबों से पैसा लेने का बड़ा मामला आज शाम पकड़ में आया है। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अवैध रूप से पैसा मांगने के इस मामले में स्वयंसेवी संगठन मुक्ति फाउंडेशन के कर्मचारी आयुष गुप्ता का नाम सामने आया है। प्रारंभिक जांच में सही पाये जाने के बाद इस मामले को प्रशासन द्वारा लार्डगंज पुलिस को विस्तृत विवेचना हेतु सौंप दिया गया है। 

तहसीलदार आधारताल राजेश सिंह ने बताया कि कुछ व्यक्तियों द्वारा सतना बिल्डिंग निवासी डॉ. विवेक जैन के निवास से संचालित मुक्ति फाउंडेशन के कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी आयुष गुप्ता द्वारा गरीबों से आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर 5-5 हजार रुपए मांगे जाने की शिकायत की गई थी। मामला संज्ञान में आने पर कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने तहसीलदार अधारताल राजेश सिंह और जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस चित्रांशु त्रिपाठी को फौरन इसकी  जांच करने के निर्देश दिए थे। तहसीलदार ने बताया कि लोगों से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पांच-पांच हजार रुपए मांगने के दो ऑडियो भी वायरल हुए थे। जिसमें आयुष गुप्ता की आवाज की पुष्टि मुक्ति फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. विवेक जैन ने की है।

तहसीलदार आधारताल ने बताया कि मामले की जांच आज शाम डॉ. विवेक जैन के सतना बिल्डिंग स्थित निवास से संचालित मुक्ति फाउंडेशन के कार्यालय जाकर की गई। जांच में मुक्ति फाउंडेशन के कर्मचारी आयुष गुप्ता द्वारा कार्यालय के लैंडलाइन फोन से लोगों से संपर्क कर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पांच-पांच हजार रुपये मांगने की शिकायत को सही पाया गया। तहसीलदार ने बताया कि मुक्ति फाउंडेशन के इस कार्यालय में आशीष हॉस्पिटल के माध्यम से दो जनवरी को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए शिविर लगाया गया था। इस शिविर में 115 व्यक्ति आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए उपस्थित हुए थे। इसकी जानकारी एक रजिस्टर में दर्ज की गई है लेकिन उनके कोई फार्म आदि नहीं भरवाये गये। तहसीलदार ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर गरीबों से पैसे मांगने के इस मामले में पंचनामा की कार्यवाही कर रजिस्टर जप्त कर लिया गया है तथा मामले को विस्तृत जांच के लिए लार्डगंज पुलिस को सौंप दिया गया है।