बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने त्रिपुरा और बांग्लादेश में भारतीय सीमा के बीच बहने वाली फेनी नदी पर बने सेतु का उद्घाटन करने के लिए एक ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा कि क्षेत्र में राजनीतिक सीमाएं कारोबार के लिए अवरोध नहीं बनने चाहिए।
उन्होंने कहा कि पुल से नेपाल और भूटान के साथ बांग्लादेश के कारोबार को गति मिलेगी और क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों का विस्तार होगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सेतु से दोनों देशों के बीच संपर्क बढेगा और आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
फेनी नदी पर मैत्री सेतु का निर्माण किया गया है। इस सेतु का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड ने किया है। इस पर 133 करोड़ रुपये की लागत आई है।
यह पुल 1.9 किलोमीटर लंबा है। यह भारत में सबरूम को बांग्लादेश के रामगढ से जोड़ता है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार और परस्पर संपर्क बढेगा।
मैत्री सेतु के उद्घाटन से बंगलादेश के चटगांव बंदरगाह तक पहुंचने के लिए त्रिपुरा, पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार बन गया है। यह सबरूम से केवल 80 किलोमीटर की दूरी पर है।
हसीना ने कहा, ‘‘निस्संदेह यह ऐतिहासिक पल है। हम दक्षिण एशिया में संपर्क के नए दौर की शुरुआत कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कारोबार के विस्तार की भरपूर संभावना है।
हसीना ने कहा, ‘‘राजनीतिक सीमाओं को व्यापार के लिए बाधा नहीं बनने देना चाहिए। यह (सेतु) नेपाल और भूटान के साथ बांग्लादेश के कारोबार को आगे बढाने में भी मदद करेगा।’’