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पाकिस्तानी महिलाओं से शादी नहीं कर पाएंगे इस देश के नागरिक, सरकार ने बनाया सख्त कानून

 


पाकिस्तान (Pakistan) हो या फिर भारत (India) हर देश में शादियों को लेकर अपने अलग-अलग कानून हैं। वहीं हर देश के अलग-अलग रीति-रिवाज (customs and traditions) हैं। आपको बता दें की सऊदी अरब ने एक ऐसा कानून बनाया है जिससे पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है। सऊदी सरकार के इस फैसले ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति इमरान खान की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आपको बात दें कि ये नियम कहीं ना कहीं सऊदी अरब (Saudi Arabia) और पाकिस्तान (Pakistan) के रिश्तों में कड़वाहट का सबूत पेश करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सऊदी सरकार ने कुछ नए नियम बनाए हैं, जिसके तहत देश के पुरुषों के पाकिस्तान, बांग्लादेश, चाड और म्यांमार की महिलाओं से शादी करने पर रोक लगाई गई है। अनौपचारिक आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में सऊदी अरब में इन चार देशों की लगभग 5,00,000 महिलाएं रह रही हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, मक्का के पुलिस महानिदेशक मेजर जनरल असफ अल-कुरैशी (Major General Assaf Al-Qurashi) ने स्पष्ट किया है कि विदेशी महिलाओं से शादी करने की इच्छा रखने वाले सऊदी पुरुषों को अब सख्त नियमों का सामना करना पड़ेगा। इस कदम का उद्देश्य सऊदी अरब के पुरुषों को विदेशियों से शादी करने से रोकना है।

यदि कोई पुरुष ऐसा करना चाहता है तो उसको विशेष अनुमति लेने के साथ-साथ कई औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। विदेशी महिलाओं से विवाह करने वालों को पहले सरकार की सहमति लेनी होगी और आधिकारिक चैनलों के माध्यम से विवाह के आवेदन प्रस्तुत करने होंगे। नियमों (Rules) में यह साफ किया गया है कि तलाकशुदा मर्दों को तलाक के छह महीने के अंदर नई शादी का आवेदन करने की इजाजत नहीं होगी। कुरैशी ने कहा है कि सभी को नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा और जो इनका उल्लंघन करेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, आवेदन करने वालों की उम्र 25 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और आवेदन साथ उन्हें स्थानीय जिला महापौर द्वारा हस्ताक्षरित पहचान दस्तावेजों के साथ-साथ अन्य सभी पहचान पत्र संलग्ल करने होंगें, जिसमें उनके परिवार के कार्ड की एक प्रति भी शामिल होगी। वहीं एक अधिकारी ने बताया कि अगर आवेदक पहले से ही शादी शुदा है तो उसे अस्पताल क रिपोर्ट संलग्न करनी होगी जो यह साबित करे की उसकी पत्नी विकलांग है।