1960 400m Rome Olympics - Milkha Singh's Run
भारत के सबसे तेज धावक फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह दुनिया को कल रात अलविदा कह गए। 91 साल के मिल्खा सिंह को कुछ समय पहले कोरोना वायरस के चलते चंडीगढ़ के PGI हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।
पोस्ट कोविड के चलते ICU में थे भर्ती
कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। पोस्ट कोविड के कारण आने वाली दिक्कतों के चलते उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया और आखिरकार वह इस दुनिया को छोड़ गए।
बता दें कि उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह भी इसी हफ्ते कोरोना के चलते दुनिया छोड़ गई लेकिन बीमारी के चलते मिल्खा सिंह उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए क्योंकि वह खुद ICU में भर्ती थे।
कब किया जाएगा अंतिम संस्कार
गौरतलब है कि आज शाम 5 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 25 स्थित श्मशान घाट में मिल्खा सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए आज 3 बजे से सेक्टर 8 स्थित घर पर रखा जाएगा।
भारत के सबसे सफल धावक
भारत के खेल इतिहास में मिल्खा सिंह सबसे सफल एथलीट थे। उन्होंने भारत विभाजन के बाद हुए दंगों में अपने मां-बाप और कई भाई-बहन को खो दिया लेकिन दौड़ने का जुनून अपने अंदर बचपन से ही था। वह अपने घर से स्कूल और फिर स्कूल से घर तक 10kg की दौड़ लगाते थे।
पीएम समेत कई हस्तियों ने जताया दुख
उनके निधर पर दुख जाहिर करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है.'' वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट के जरिए शोक प्रकट करते हुए लिखा, 'मिल्खा सिंह एक बेहतरीन एथलीट और स्पोर्टिंग लेजेंड थे। उन्होंने अपनी उपलब्धियों से देश को गौरवंतित महसूस करवाया था। वह एक शानदार व्यक्ति थे, अपनी अंतिम सांस तक उन्होंने खेल के क्षेत्र में अपना योगदान दिया। उनके निधन की खबर से मैं दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों को संवेदनाएं। ओम शांति।'