कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से स्वास्थ्य मंत्री हषर्वर्धन के इस्तीफा देने के बाद बुधवार को आरोप लगाया कि कोरोना महामारी से निपटने में ‘विफलता’ के लिए उन्हें ‘बलि का बकरा’ बनाया गया है।
विपक्षी पार्टी ने यह सवाल भी किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा लेकर अपना पल्ला झाड़ लेंगे?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हषर्वर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री (अिनी चौबे) का इस्तीफा इस बात की ठोस स्वीकारोक्ति है कि मोदी सरकार कोरोना महामारी से निपटने में पूरी तरह विफल रही।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘ये इस्तीफे मंत्रियों के लिए एक सबक हैं। अगर चीजें अच्छी होंगी तो श्रेय प्रधानमंत्री को जाएगा, लेकिन अगर चीजें खराब हो जाती हैं तो फिर मंत्री पर गाज गिरेगी। जी हुजूरी और चापलूसी की कीमत चुकानी पड़ती है।’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘जिस महामारी का प्रबंधन ‘‘नेशनल डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी’’ के माध्यम से किया जा रहा है, उसके प्रमुख प्रधानमंत्री स्वयं हैं। क्या वह भी अपने गैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार की ज़िम्मेदारी लेंगे? इस्तीफ़ा देंगे? या अकेले स्वास्थ्य मंत्री को बलि का बकरा बना अपना पल्ला झाड़ लेंगे ?’’
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हषर्वर्धन ने बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया । आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
हषर्वर्धन का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब कुछ ही देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिपरिषद में महत्वपूर्ण फेरबदल व इसका विस्तार होने जा रहा है। मंत्रिपरिषद में 43 नये सदस्यों को शामिल किए जाने की संभावना है।