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जेल अधीक्षक ने बिछाया जाल चरस ले जाते रंगे हाथ धरे गए जेल सिपाही


जेल भैरवगढ़ में तीन जेल प्रहरी को जेल अधिकारियों ने ही चरस ले जाते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।


जेल प्रहरी बलराम, यश कहार और शाहरुख जेल के अंदर कर रहे थे चरस की सप्लाई।

उज्जैन|उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में तीन जेल प्रहरी को जेल अधिकारियों ने ही चरस ले जाते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। मामला सामने आने के बाद तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है. जांच का जिम्मा भैरव गढ़ पुलिस को सौंपा जा रहा है. ये मध्य प्रदेश में अब तक का पहला मामला है। जब जेल प्रहरी खुद जेल में मादक पदार्थो की सप्लाई करते हुए पकड़े गए हैं,उज्जैन की सेंट्रल जेल भैरवगढ़ में रविवार को काल भैरव की सवारी के स्वागत की तैयारी चल रही थी। जेल प्रशासन की तरफ से हर साल काल भैरव की सवारी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। इसी बीच जेल अधीक्षक उषा राज ने जाल बिछाकर जेल प्रहरीयों  को जेल में चरस सप्लाई करते रंगे हाथ पकड़ लिया, उनके पास से 40 से 50 ग्राम चरस मिली है।जेल अधीक्षक उषा राज ने बताया कि कई दिनों से सूचनाएं प्राप्त हो रही थीं, कि जेल प्रहरी बलराम, यश कहार और शाहरुख जेल के अंदर चरस की सप्लाई कर रहे हैं। इसके बदले में कैदियों से मोटी रकम ऐंठने की बात भी सामने आई है।

सूचना के आधार पर रविवार को देर रात जेल विभाग के अधिकारियों ने जाल बिछाकर सबसे पहले यश कहार को चरस ले जाते हुए पकड़ा,यश कहार पन्नी में लिपटी हुई चरस को मुंह में रखकर अंदर ले जा रहा था। उसे पकड़ने के बाद जब उसका बयान दर्ज किया गया तो उसने बताया कि शाहरुख और बलराम के साथ एक ही आवास में निवास करता है। तीनों की रणनीति के तहत चरस की सप्लाई की जा रही थी। इसके बाद यश को अंदर ही रोक लिया गया, जिसके बाद शाहरुख चरस लेकर अंदर पहुंचा तो उसे भी पकड़ लिया गया, उसके मुंह से भी पन्नी में लिपटी चरस जब्त हुई है।जेल अधीक्षक उषा राज के मुताबिक बलराम सहित तीनों जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है।

उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इससे पहले भी पदस्थ जेलर पर पुणे निवासी अनंत अमर अग्रवाल नामक कैदी ने जेल के अंदर से साइबर क्राइम करवाने का आरोप लगाया था। इस मामले की अभी जांच चल रही है। इसी बीच शनिवार को महबूब नामक एक जेल कर्मी जेल के भीतर मोबाइल ले जाते हुए पकड़ा गया, इसके बाद रविवार को चरस का मामला सामने आया, जेल अधीक्षक उषा राज के मुताबिक फिलहाल सभी दोषियों को निलंबित कर दिया गया है।आगे जेल विभाग की तरफ से बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जेल अधीक्षक उषा राज ने कहा कि बलराम की ड्यूटी जान बूझकर मुख्य द्वार पर लगाई गई थी। उन्हें पता था कि बलराम, शाहरुख और यश को मादक पदार्थ लेकर अंदर भेजेगा. जैसे ही बलराम की ड्यूटी मुख्य द्वार पर लगाई गई, उसने तुरंत अपने साथियों को सूचना दी. इसके बाद दोनों ही चरस ले जाते हुए रंगे हाथ पकड़े गए,बताया जाता है कि जब शाहरुख की तलाशी ली गई तो उसने अपने मुंह से पन्नी निकाल कर चरस बलराम को दे दी. बलराम ने धीरे से चरस की पन्नी अपनी पॉकेट में रख ली. जेल अधिकारियों ने बलराम के पास से चरस जब्त कर ली. इस प्रकार बलराम भी लपेटे में आ गया. बलराम ने जेल अधिकारियों को बताया कि शाहरुख ने उसे चरस दी थी।

आरोपी यश ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए 700 से 800 में जेल के बाहर से चरस ले जाने की जानकारी दी है ।जबकि जेल के अंदर 1500 से 1600 रूपए में कैदी को दे देता था। इस प्रकार उसे दुगना लाभ होता था। जेल अधीक्षक के मुताबिक राशि बंदी के बताए गए स्थान से ले लेता था. बताया जाता है कि जब कैदी के रिश्तेदार उससे मिलने के लिए आते तो पैसे रखने की जगह और प्रहरी का नाम उन्हें बता देता था. इसके बाद राशि जेल प्रहरी तक पहुंच जाती थी।