ये हैं ग्वालियर में पदस्थ डीएसपी संतोष पटेल । पहली बार वर्दी पहनकर घास काटने वाली अपनी मां के पास गाँव पहुंचा तो दोनो के बीच का यह संवाद आपको रोमांचित करेगी। देखें 👇 ViralVideos
ग्वालियर |मां और बेटे का रिश्ता दुनिया में सबसे बड़ा रिश्ता माना जाता है, क्योंकि जितनी तरक्की करते हुए एक मां अपने बेटे को देखना चाहती है उतना शायद कोई नहीं चाहता।सतना में तीन दिन पहले अमित शाह के दौरे के कारण ग्वालियर घाटीगांव एसडीओपी संतोष पटेल की भी ड्यूटी लगी थी। ड्यूटी के बाद वापस लौटते वक्त एसडीओपी संतोष पटेल वर्दी में ही पन्ना जिले के अजयगढ़ के देवगांव पहुंच गए जो कि उनका पैतृक गांव हैं। घर पहुंचे तो मां नहीं थी उन्होंने मां के बारे में पूछा तो परिवार के सदस्यों ने बताया मां घास काटने खेत गई है। फिर वर्दी में ही संतोष पटेल मां से मिलने के लिए खेत पर पहुंच गए जहां घास काट रही मां और उनके देशी भाषा में बड़ी ही आत्मीय बातचीत हुई।
बातचीत का पूरा वीडियो एसडीओपी संतोष पटेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है और इसके कैप्शन में लिखा है, डीएसपी बने 5 साल हो गए और पहली बार अपनी मां के पास वर्दी में मिलने खेत पर पहुंचा जिसका मातृभाषा में संवाद। अम्मा खेत म गुड़ाली छुवालत। मैं कैहौं कि आराम से रहो कर अब य काम करैं कै जरूरत निहाय तौ बोली महतारी कै ममता नहीं मानत याय, अपने बेटन का 2 रुपिया जोड़य चाहत ही। पढ़ाई करो चाहिए कहे से नौकरी राजा चीज होत ही, पढ़े से राज गद्दी मिलत ही। कभी मुंह से डांटा, कभी डंडे से पीटा कभी नींबू के पेड़ से बांधा, अनपढ़ थी लेकिन पढ़ाई के माहौल में बांधकर रखा। जमीन, जायदाद और नेता विधायक सब फेल हैं सरकारी नौकरी के आगे। किसी को मेहनत की कोचिंग लेना हो तो देवगाँव में बिना फीस, ले सकता है मेरी अम्मा से अमृत आशीष। सुनें शायद आपको अच्छा महसूस होगा क्योंकि प्रत्येक माँ बच्चों के लिए कुछ न कुछ जोड़कर रखना चाहती है।
ऐ गरीबी देख तेरा गुरुर टूट गया तेरा मुंह काला हो गया,
तू दहलीज पर बैठी रही और मेरा बेटा पुलिसवाला हो गया।
ये #मेहनत से चमकती है और #संघर्ष से निखरती है,
#ज़िंदगी किसी की भी हो धीरे-धीरे सजती संवरती है।
मां और बेटे के बीच का ऐसा ही एक रिश्ता देखने को मिला, जो हर किसी को भावुक कर रहा है। ग्वालियर के घाटीगांव में DSP संतोष पटेल पांच साल बाद पहली बार वर्दी पहनकर जब अपनी मां से मिलने पहुंचे तो नजारा भावुक करने वाला था।