उन्होंने कहा, “हमें ऐसी बसें दी गईं जिनमें जानवर भी बैठने से मना कर दें। ये कैसी सुरक्षा है?”
सुबह 4 बजे से भूखे-प्यासे खड़े छात्र पूछ रहे हैं—“क्या यही हमारा स्वागत है?”
'ऑपरेशन सिंधु' के तहत जंग से निकालने वाली केंद्र सरकार को उन्होंने धन्यवाद दिया, लेकिन राज्य सरकार को जमकर कोसा।
सीएम उमर अब्दुल्ला को छात्रों की आवाज़ उठानी पड़ी सोशल मीडिया पर, लेकिन सवाल ये है कि क्या इतनी बड़ी योजना में बसों तक की व्यवस्था ठीक से नहीं की गई?