तेहरान। ईरान और इजराइल की जंग अब तीसरे विश्वयुद्ध की दस्तक देती दिख रही है। तेहरान से आए चेतावनी भरे बयानों ने साफ कर दिया है कि अगर अमेरिका इस युद्ध में शामिल हुआ, तो मिडिल ईस्ट में मौजूद उसके सैन्य अड्डे ईरान की मिसाइलों का पहला निशाना होंगे।
ईरान ने ‘फतह-1’ जैसी हाइपरसोनिक मिसाइल से इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने का दावा किया है। इसके अलावा, ईरान समर्थित हूती और मिलिशिया समूह भी सक्रिय हो गए हैं।
अमेरिका ने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर डाल दिया है और स्कॉटलैंड व इटली में अतिरिक्त फाइटर जेट्स तैनात किए हैं। 40 हजार से ज्यादा सैनिक फारस की खाड़ी और आसपास तैनात हैं।
ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई ने चेतावनी दी है: "हम सरेंडर नहीं करेंगे... हम हमला रोकने के लिए नहीं, हिसाब चुकाने के लिए तैयार हैं!"