नई दिल्ली:कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण मार्च से बंद स्कूल और कॉलेजों को खोलने (Reopen School) की कवायद शुरू कर दी गई है. सरकार की तैयारी है कि स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाए लेकिन अभिभावक इसके खिलाफ है. हाल में हुए एक सर्वे में सामने आया कि अगर सरकार 1 सितंबर से स्कूल और कॉलेजों को खोलने का फैसला लेती है तो दिल्ली एनसीआर करीब 61 फीसद अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे. वहीं देशभर के 58 प्रतिशत माता-पिता इस आइडिया के खिलाफ हैं.
सोशल मीडिया पर कराए गए एक सर्वे के मुताबिक अभी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के खिलाफ हैं. सर्वे में सामने आया कि 16 फीसद पेरेंट्स कोरोना वायरस में अपने बच्चों को स्कूल भेजकर कोई चांस लेना नहीं चाहते हैं. वहीं 2 फीसद पेरेंट्स इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि कहीं बच्चों को कोरोना हुआ तो इसका असर बुजुर्गों पर भी हो सकता है. दूसरी तरफ 8 फीसदी मानते हैं कि स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संभव नहीं है.गौरतलब है कि गृह मंत्रालय के ताजा जारी सर्कुलर के अनुसार, अभी स्कूल 31 अगस्त तक बंद रहेंगे. इससे पहले शिक्षा मंत्रालय ने पैरंट्स से स्कूल खोलने पर उनकी राय मांगी थी. ताजा जानकारी के मुताबिक जिन देशों में स्कूलों को खोला जा रहा है वहां छात्र और स्कूल के कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं. अमेरिका भी उन देशों में एक है जहां बच्चे संक्रमित हो रहे हैं. मई के शुरुआत में इजरायल कोरोना महामारी के बीच स्कूल खोलने वाला पहला देश बना था. लेकिन स्कूल खोलने के कुछ दिन बाद ही बच्चे और टीचर कोरोना संक्रमित होने लगे. केन्या ने पूरे साल के लिए स्कूल को बंद करने का फैसला किया था.