
मावेलीकारा से लोकसभा सदस्य सुरेश ने कहा, ‘‘शशि थरूर निश्चित रूप से नेता नहीं हैं। वह अतिथि कलाकार के तौर पर कांग्रेस में आए थे। वह अब भी अतिथि कलाकार के रूप में पार्टी में बने हुए हैं।’’ सुरेश ने कहा कि थरूर वैश्विक नागरिक हो सकते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि वह कोई भी निर्णय ले सकते हैं या अपनी इच्छा से कुछ भी कह सकते हैं।
सुरेश ने एक सवाल के जवाब में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘अंतत: उन्हें पार्टी के हिसाब से चलना होगा।’’ एक दिन पहले ही थरूर ने कहा था कि हम सभी का कर्तव्य है कि कांग्रेस के हित में मिलकर काम करें। थरूर ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘‘मैं कांग्रेस में हाल की घटनाओं पर चार दिन से चुप था क्योंकि जब एक बार कांग्रेस अध्यक्ष ने कह दिया कि यह अब कोई मुद्दा नहीं रह गया है, तो हम सभी का कर्तव्य है कि हम साथ मिलकर पार्टी के हित में काम करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने सभी साथियों से इस सिद्धांत को बरकरार रखने और बहस को समाप्त करने का अनुरोध करता हूं।’’ केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा सांसद के. मुरलीधरन ने भी बृहस्पतिवार को इस मुद्दे पर थरूर पर निशाना साधते हुए उन्हें वैश्विक नागरिक कहा था।
तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को 50 साल की लीज पर अडानी एंटरप्राइजेज को देने के केंद्र के कदम का खुलकर समर्थन करने के लिए भी थरूर केरल में कांग्रेस के नेताओं की आलोचनाओं का शिकार हो रहे हैं।