मां दुर्गा को समर्पित नवरात्र का नौ दिन भक्ति में सारोबार रहता है। हो भी क्यों न भक्तों की माता दुर्गा जो उनके घर पर पधारती हैं। हिंदू धर्म में नवरात्र का खास महत्व है। इस बार नवरात्र मलमास पड़ने की वजह से एक माह के अंतर से 17 अक्टूबर से शुरु हो रहा हैं। हर बार मां दुर्गा की सवारी भी बदलती है। ऐसे में मां के आगमन इस बार घोड़े पर होगा।
बता दें कि ज्योतिषशास्त्र और देवीभागवत पुराण के अनुसार मां दुर्गा का आगमन आने वाले भविष्य की घटनाओं के बारे में हमें संकेत देता है और चेताता है। मान्यता है कि अगर नवरात्र की शुरुआत सोमवार या रविवार को हो रही है तो इसका मतलब है कि वो हाथी पर आएंगी। वहीं अगर शनिवार या फिर मंगलवार को कलश स्थापना हो रही है तो मां घोड़े पर सवार होकर आती है। गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्र का आरंभ होता है तो माता डोली पर आती हैं। वहीं बुधवार के दिन मां नाव को अपनी सवारी बनाती हैं।
इस बार दुर्गा पूजा और नवरात्र की शुरूआत शनिवार से हो रही है ऐसे में मां घोड़े को अपना वाहन बनाकर धरती पर आएंगी। मान्यता है कि इसके संकेत अच्छे नहीं हैं। माना जाता है कि घोड़े पर आने से पड़ोसी देशों से युद्ध,सत्ता में उथल-पुथल और साथ ही रोग और शोक फैलता है। बता दें कि इस बार मां भैंसे पर विदा हो रही है और इसे भी शुभ नहीं माना जाता है।