नई दिल्ली। वैश्विक तेल संकट और पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच भारत को अंडमान सागर से मिला तेल और प्राकृतिक गैस का अपार भंडार एक रणनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। प्रारंभिक आकलन के मुताबिक, यहां से करीब 2 लाख करोड़ लीटर कच्चा तेल निकलने की संभावना है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यदि यह अनुमान सही निकला, तो भारत की जीडीपी मौजूदा 5 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 25 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है। यह खोज न केवल भारत की ऊर्जा निर्भरता खत्म कर सकती है, बल्कि देश को निर्यातक की भूमिका में भी खड़ा कर सकती है।
हालांकि, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव की रिपोर्ट चेतावनी देती है कि होर्मुज जलडमरूमध्य में व्यापार बाधित होने की स्थिति में भारत को अस्थायी झटके झेलने पड़ सकते हैं। यह खोज भारत के ऊर्जा सुरक्षा रोडमैप में गेमचेंजर साबित हो