रतलाम। क्या ग्रामीण मजदूरों की जिंदगी की कोई कीमत नहीं रह गई है? जावरा क्षेत्र के जूना गड़गड़ियां गांव में निर्माणाधीन कुएं की मिट्टी धसकने से दो युवकों की जान चली गई। मिट्टी इतनी गीली हो चुकी थी कि काम शुरू करने से पहले सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया। सवाल उठता है – क्या बारिश में 40 फीट गहरे कुएं में बिना सुरक्षा मजदूरों से काम करवाना लापरवाही नहीं?
रेस्क्यू ऑपरेशन तो चला, लेकिन प्रशासन के पहुंचने से पहले मजदूरों की सांसें थम चुकी थीं। क्या यह एक और "मौत से पहले मौत" थी, जो सिस्टम की चुप्पी में दफन हो गई?