बीजापुर। आत्मसमर्पित नक्सलियों को लेकर माओवादियों की रणनीति अब और उग्र होती जा रही है। बीजापुर के पेद्दाकोरमा गांव में मंगलवार को जिस तरह पूर्व नक्सली कमांडर दिनेश मोडियम के परिजनों को टारगेट कर तीन लोगों की हत्या की गई, वह नक्सलियों की भीतरू असुरक्षा और आक्रोश को उजागर करता है।
नक्सल नेता वेल्ला की अगुवाई में दर्जनों सशस्त्र माओवादी गांव में दाखिल हुए और योजनाबद्ध ढंग से हमला कर घटना को अंजाम दिया। सूत्र बताते हैं कि यह पूरी कार्रवाई एक चेतावनी थी – आत्मसमर्पण की राह पर चलने वालों को सबक सिखाने की।
इस ऑपरेशन के पीछे सुरक्षा तंत्र को भी गहराई से खंगालने की ज़रूरत है – क्योंकि ग्रामीण आज भी जंगलों में लापता हैं।